English Translation is given below
‘‘श्रद्धांजलि उपवास‘‘
अगस्त-सितंबर 2012 व जून 2013 आपदा उत्तराख्ंाड में मारे गये लोगो के लिये
‘‘श्रद्धांजलि उपवास‘‘
अगस्त-सितंबर 2012 व जून 2013 आपदा उत्तराख्ंाड में मारे गये लोगो के लिये
11 जून, 2014प्रिय साथियों
जय उत्तराखंड
अगस्त-सितंबर 2012 और जून 2013 में उत्तराख्ंाड में आयी भयानक तबाही ने देश को हिलाकर रख दिया था। संसार भर में इसकी गूंज हुई। बहुत सारे यात्री मारे गये। कुछ प्राकृतिक आपदा से और कुछ विभिन्न स्तरों पर हुई लापरवाही के कारण। एक साल में बहुत कुछ बदल गया है। गांवों-नदियांे के रास्ते, सड़कों की लम्बाईयां। हजारों परिवारों की जिंदगी भी पूरी तरह से बदल गई है। उत्तराखंड के लोगो ने बिना हिम्मत हारे जिंदगी को फिर से खड़ा किया है। कोशिश है कि इस साल राहत के वाहन नही यात्रियों के भरे वाहन फिर आयें। सरकारों के अलावा देश-विदेश से लोगो ने खूब मदद की। यहंा यह भी याद रखना होगा की अपना दर्द एक तरफ रखकर उत्तराखंडियों ने यात्रियों को सहारा दिया। कई ऐसे भी गांव रहे जिनका खुद का राशन यात्रियों को भोजन कराने में समाप्त हो गया। यह भी याद रखना है कि जलविद्युत परियोजनाओं के पर्यावरण मानको का पालन ना करने से भी इस तबाही में वृद्धि हुई है। उन जाबांज सैनिकों को भी देश कभी नही भूल सकता जिन्होनें अपनी जान देकर हजारों की जान बचाई।
अभी बहुत कुछ बाकि है अपने उत्तराखंड को फिर से खड़ा करने के लिये। आपदा और उसके साथ खड़े होने की ताकत हमे नही भूलनी है। हमें सब याद रखना है। ताकि वो फिर ना हो सके। इसीलिये अगस्त-सितंबर 2012 की दूसरी और जून 2013 की आपदा की पहली बरसी पर एक दिन का ‘‘श्रद्धांजलि उपवास‘‘ का आयोजन उत्तराखंड के श्रीनगर में किया जा रहा है।
कार्यक्रम व समयः- सुबह 11 बजे 15 जून रविवार को प्रार्थना, हवन के बाद
‘‘श्रद्धांजलि उपवास‘‘ आरंभ
11 बजे 16 जून सोमवार 2014 को उपवास समाप्ति
सरकारों से ‘‘अपेक्षा व चेतावनी पत्र‘‘ जारी
स्थानः-श्रीनगर आई टी आई के सामने, बद्रीनाथ मार्ग, श्रीनगर, उत्तराखंड
विमलभाई, पूरण सिंह राणा, दिनेश पंवार, रामलाल, विजयलक्ष्मी रतूड़ी, चंद्रमोहन भट्ट, आलोक पंवार, चंद्रभानु तिवारी, बृहर्षराज तड़ियाल, राजेन्द्र नेगी,
विष्णुप्रयाग बांध आपदा संघ, श्रीनगर बांध आपदा प्रभावित समिति, अस्सी गंगा बांध आपदा प्रभावित समिति, भू-विस्थापित संघर्ष समिति, भूस्वामी संघर्ष समिति, माटू जनसंगठन
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हम मात्र राहत नही वरन् आपदा के कारणों को सही करने हेतु प्रतिबद्ध।
''Tributary Fast''
Remebering
the lost ones due to the August-September 2012 and June 2013
Calamity, Uttarakhand
11th June
2014
Dear
Friends,
Jai
Uttarakhand!
The August-September 2012 and June 2013 horrible
catastrophe in Uttarakhand had shaken the whole country out of fear.
It sound was echoed in the entire world. Many of the pilgrims and
local people became the victim and died. Some of them died due to
natural calamity and some at the cost of carelessness at various
level. There have been a great change in one year -villages-rivers
path, roads lengths. Life of thousands of families has also been
changed drastically. The people of Uttarakhand without giving up have
build up their lives mettlesome. Trying hard that this time vehicles
full of pilgrims must come instead of relief material. Apart from the
governments, help has also poured from within and outside the
country. It must also not be forgotten that people of Uttarakhand
after keeping their priorities aside have came out wholeheartedly in
helping and supporting the victims. It is also important that
Hydro-power projects had added to the adversity of the catastrophe.
Country will never forget those brave soldiers who lost their lives
while saving others.
We must not forget the power of standing against the
disaster. We have to remember everything, so that it should not
happen again. In this connection, a ''Tributary Fast'' is being
organisd in Srinagar, Uttarakhand on the second anniversay of
August-September 2012 and first anniversary of June 2013 calamity.
Programe
and Timing:- ''Tributary Fast'' will begin after the prayer and Havan at 11.00 AM
onwards on 15th June.
Breaking of Fast at 11.00AM on June 16th and
A ''Upeksha
va Chetavni Patr'' will be released to the governments
Address:- Opp Srinagar ITI, Badrinath Marg,
Srinagar, Uttarakhand
Vimal Bhai, Puran Singh Rana, Dinesh Panwar,
Ramlal, Vijaylaxmi Raturi, Chandramohan Bhatt, Alok Panwar,
Chdrabhanu Tiwari, Briharshraj Tadiyal, Rajendra Negi
Vishnuprayag
Bandh Aapda Sangh, Srinagar Bandh Aapda Prabhavit Samiti, Assi Ganga
Bandh Aapda Prabhavit Samiti, Bhu-Visthapit Sangharsh Samiti,
Bhu-Swami
Sangharsh Samiti
Matu
Jansangathan
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We
Are Not Only For Relief But Also For Checking Its Causes
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